Biography & Unheard Truth Of Sachin Tendulkar : सचिन तेंदुलकर की जीवनी और उनके अनसुने सच

क्रिकेट का पर्याय बने सचिन तेंदुलकर भले ही क्रिकेट की दुनिया से अलविदा कह चुके है,लेकिन उन्हें किकेट प्रेमियो के दिल से कोई निकाल नही सकता।
 सचिन के बारे में कुछ बताने के लिए कुछ bollers के expirance बताना ही काफी है...............

ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर शेन वार्न ने एक press confrance में कहा कि-
मुझे रात में बुरे सपने आते हैं की सचिन मेरी बॉलो की बुरी तरह पिटाई कर रहे हैं।क्योंकि सचिन की तकनीक ही ऐसी है की वे गेंदों को पढ़ लेते है और मैदान में जिधर चाहते है उधर खेलते हैं।

अमेरिका के बराक ओबामा सचिन से काफी प्रभावित हैं ।और वे सचिन के बारे में कहते हैं कि -
मैं क्रिकेट के बारे में कुछ नही जानते फिर भी सचिन को क्रिकेट खेलते हुए देखता हूँ।इसका reason यह है कि जब sachin बैटिंग करते है तो मेरे देश अमेरिका का production 5% क्यों गिर जाता है।

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the god of cricket SACHIN TENDULKAR


          सचिन रमेश तेंदुलकर
   जन्म                 :-  24 अप्रैल 1973
   माता                 :-  रजनी तेंदुलकर
   पिता                 :-  रमेश तेंदुलकर
   पत्नी                 :- अंजलि तेंदुलकर
   लम्बाई              :-  5 फीट 5 इंच
  पुत्र - पुत्री             :-  अर्जुन , सारा
  अवार्ड                 :-  भारत रत्न, पद्म विभूषण,पद्म श्री,
                          राजीव गांधी खेल पुरुस्कार ,अर्जुन पुरुस्कार 
 रिकार्ड                 :-  अनगिनत
किताब                  :- playing it my way(आत्मकथा)
बल्लेबाजी की शैली   :- दाएं हाथ के बल्लेबाज




सचिन का ऐसे पड़ा नाम -
सचिन तेंदुलकर के पिता रमेश तेंदुल्कर संगीतकार सचिन देव बर्मन के fan थे इसलिए सचिन का नाम उन्ही के नाम पर रखा गया |

सचिन तेंदुलकर के 10 अनसुने सच [ 10 Unheard Truth Of Sachin Tendulkar] :-

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1. मैं खेलेगा-
1889 में India और Pakistaan के बीच test match चल रहा था । इंडिया हारने की कगार पर था। टेस्ट मैच का पांचवा दिन था,सब ने यही सोच लिया था कि इंडिया हारने वाला है और दर्शक उठ उठ कर जा रहे थे। अजरुद्दीन , रवि शास्त्री जैसे सब खिलाड़ी out हो चुके थे।
तब 16 साल का लड़का आकर पिच पर खड़ा हो गया।बैटिंग पर सचिन और बोलिंग पर फ़ास्ट बॉलर वकार यूनिस । वकार यूनिस ने एक बाउंसर फेकी जो सचिन को लगी।और सचिन लहूलुहान हो गए।सब दर्शक स्तब्ध हो गए। फिसोथेर्पिस्ट और नवजोत सिंह सिद्धू दौड़ कर सचिन के पास पहुचे।फेसोथेर्पिस्ट ने सचिन के नाक पर रुई लगाई लेकिन चोट बहुत लगी हुई थी | इसलिए खून रुकने का नाम नही ले रहा था। तब नवजोत सिंह सिद्धू ने सचिन से कहा -
तुम वापस इन्जुरेड होकर चले जाओ और थोड़ी देर बाद आ जाना |. तब तक फ़ास्ट पेसर चले जायेंगे.सभी को यही लग रहा था सचिन को चोट लग गयी है और वे पवेलियन लौटने ही वाले  है | तब सचिन ने ऐसे २ शब्द कहे जिससे वहां पर खड़े लोगो के रोंगटे खड़े हो गये |
वे दो शब्द थे - मै खेलेगा मै खेलेगा
और जब अगली बार वकार युनिस ने फेंकी तब सचिन ने अगली  पर चौका मारा | इस तरह से सचिन खेलते गये और वो मैच जिसे लोग कह रहे थे की वे हार जायेंगे वो मैच सचिन और सिद्धू ने १०१ रन की साझेदारी से टाई करा दिया।

2. 13 magic coins :-
युवावस्था में सचिन शारदा विद्याश्रम में अपने कोच रमाकांत अचरेकर से क्रिकेट के गुर सीखते थे|रमाकांत अचरेकर स्टम्प पर 1 रूपये का सिक्का रखते| जो सचिन को आउट करता वो सिक्का आउट करने वाले  बॉ लर को मिलता और अगर सचिन नॉटआउट होकर खेलते रहते तो वो सिक्का सचिन को मिलता | सचिन के पास ऐसे ही १३ सिक्के सचिन के पास है |

3.हैरिस शिल्ड इंटर स्कूल टूर्नामेंट मैच :-
हैरिस शिल्ड इंटर स्कूल टूर्नामेंट के दौरान ही सचिन ने पहला शतक लगाया | और अनिल काम्बली के साथ 664 रनों  की अविजित PARTNERSHIP की |और सचिन ने अकेले इस मैच में ३२० रन बनाये| इतना बेहतरीन प्रदर्शन देखते हुए opposite टीम का बॉलर रोने लगा और विपक्षी टीम ने मैच आगे खेलने से मना कर दिया | पूरी प्रतियोगिता में सचिन ने १००० रन से भी ज्यादा बनाये |

4.भेष बदलकर फिल्म देखने जाना :- 
बात 1995 की है जब सचिन अपने fans और मीडिया वालो से बचकर सचिन रोजा फिल्म देखने के लिए अपने चेहरे पर नकली दाढ़ी मूंछ चश्मा लगाकर गये लेकिन अचानक दाढ़ी मूंछ गिर गयी | और सचिन पकड़े गये |


 5. सचिन की सबसे बड़ी कमजोरी बड़ापाव है |

6.अपनालय :- 
सचिन हर साल २०० बच्चो के पालन पोषण के लिए अपनालय नाम का गैर सरकारी संगठन चलाते हैं|

7. बाबू मोशाय और छोटा बाबु :-
सचिन सौरभ गाँगुली को बाबु मोशाय कहते है और सौरभ गांगुली सचिन तेंदुलकर को छोटा बाबु बुलाते है|

8.left and right Hander :-
ये सब जानते हैं की सचिन दाए हाथ से बल्लेबाजी करते हैं,लेकिन ये बहुत ही कम लोग जानते है की सचिन लिखते समय बाये हाथ का प्रयोग करते हैं |

9.किशोर कुमार के fan:-
सचिन तेंदुलकर किशोर कुमार के बहुत बड़े fan है और बैटिंग करने से पाहे dressing रूम में वे किशोर कुमार के ही गाने सुनते है |


10.सचिन के बैट का भार 1420 ग्राम है ,जो कि सामान्य बैट से बहुत भरी है  जबकि धोनी के बैट का भार १२७० ग्राम है |


 






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2 comments

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Unknown
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January 8, 2016 at 4:10 PM delete

Nice motivative story i like it ....

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Unknown
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January 8, 2016 at 8:06 PM delete

पुष्पेन्द्र जी धन्यवाद

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